मुख्यमंत्री ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर सम्मान समारोह के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में की शिरकत
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश व राज्य में वक्फ के नाम पर लाखों एकड़ जमीन कब्जा की गई है। उनके पास कागज या राजस्व रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए संसद में संशोधन विधेयक पारित हुआ। अब कार्रवाई हो रही है तो हिंसा भड़काई जा रही है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कल तीन हिंदुओं की घर से खींचकर हत्या की गई।यह सभी दलित, गरीब व वंचित हिंदू हैं, जिन्हें इस जमीन का सर्वाधिक लाभ मिलने वाला है। यह लैंड राजस्व के रिकॉर्ड में फिर से आएगी तो गरीब भी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का लाभ उठा पाएगा।
वहां सरकार अच्छे फ्लैट बनाकर उसे उपलब्ध कराएगी। इन्हें (विपक्षी दलों) भय है कि ऐसा हुआ तो इनका वोटबैंक और गुमराह करने की राजनीति हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर सम्मान अभियान के अंतर्गत रविवार को भागीदारी भवन में आयोजित कार्यशाला में अपने विचार रखे।
मंडल के कृत्यों की सजा आज भी बांग्लादेश में भुगत रहा हिंदू
बांग्लादेश की घटना को लेकर राज्यसभा सांसद, एससी-एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष व यूपी के पूर्व डीजीपी ब्रजलाल की तीन वर्ष पहले लिखी पुस्तक का जिक्र करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि उनकी पुस्तक को अवश्य पढ़ें। यह पुस्तक आजादी के समय के दो दलित महायोद्धाओं की चर्चा करते हुए उनके तुलनात्मक अध्ययन पर आधारित है। एक तरफ बाबा साहेब ने कहा था कि मेरा आदि और अंत भी भारतीय के रूप में रहेगा। मैं अपनी पहचान इसी रूप में बनाए रखना चाहता हूं। दूसरी तरफ जोगेंद्र नाथ मंडल थे, जिन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया, लेकिन एक वर्ष भी पाकिस्तान में नहीं रह पाए। मंडल के कृत्यों की सजा आज भी बांग्लादेश में हिंदू भुगत रहा है।
बांग्लादेश में जिन हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, वह दलित हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में जिन हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, वह दलित हैं। कांग्रेस, सपा व ममता बनर्जी ने उनके पक्ष में आवाज नहीं उठाई, यह आवाज केवल भाजपा ने उठाई। भाजपा प्रतिबद्ध है कि हमें हर हिंदू की रक्षा करनी है, इसी के लिए सीएए भी बनाया कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्ताान में कोई सिख, हिंदू, जैन, बौद्ध यदि प्रताड़ित हैं और वह भारत में आया है तो उसे नागरिकता मिल जाए, लेकिन कांग्रेस और सपा के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। यह वही दल हैं, जो दलितों व वंचितों का अधिकार छीनते हैं। इनकी जमीन पर कब्जा करने वाले लोग भी सपा व कांग्रेस से जुड़े होते हैं, लेकिन सरकार ऐसे लोगों को ठीक करती है, जिससे वे कब्जा न कर पाएं।
पाकिस्तान, बांग्लादेश में पीड़ित हिंदु हिंदुस्तान नहीं आएगा तो कहां जाएगा
सीएम ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में जो वंचित-दलित हिंदु था, उनको सीएए एक्ट के तहत भारत की नागरिकता देने के कार्य को जब पीएम मोदी ने आगे बढ़ाया तो इन लोगों (विपक्षी दलों) ने देश में आंदोलन, आगजनी, तोड़फोड़ की, लेकिन सरकार ने दृढ़ता से उसका सामना करते हुए नागरिकता देने का कार्य किया। पाकिस्तान, बांग्लादेश या दुनिया में कहीं भी पीड़ित हिंदु होगा, वह अंततः हिंदुस्तान में ही शरण लेने को मजबूर होगा। कांग्रेस, सपा व टीएमसी जैसे दलों ने उन्हें शरणार्थी के रूप में रखा, लेकिन भाजपा ने अपनाया।
राष्ट्रनायकों के अपमान पर उतारू है कांग्रेस व सपा
सीएम ने कहा कि कांग्रेस व सपा राष्ट्रनायकों के अपमान पर उतारू है। 2012 में सपा सरकार बनने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कहा था कि सामाजिक न्याय के जितने भी स्थल बनाए गए हैं, उन्हें तोड़वाएंगे और इसमें मैरिज हॉल खुलवाएंगे। लखनऊ में मान्यवर कांशीराम के नाम पर बने विश्वविद्यालय, सहारनपुर मेडिकल कॉलेज, कन्नौज मेडिकल कॉलेज डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम था, जिसे बदल दिया गया, लेकिन हम लोगों ने घोषणा की कि कन्नौज में यह बाबा साहेब के नाम पर ही होगा।
बाबा साहेब का अपमान करने वाले लोग कौन थे
सीएम ने कहाकि बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान करने वाले लोग कौन थे। 1952 में बाबा साहेब को चुनाव हरवाया गया। 1954 उपचुनाव में बाबा साहेब के निजी सहायक को उनके खिलाफ लड़ाया। उस समय पीएम नेहरू ने बाबा साहेब के खिलाफ प्रचार किया और उन्हें परास्त करवाया। अंततः हिंदू महासभा के एक सदस्य ने पुणे की सीट छोड़ी, तब डॉ. आंबेडकर संसद में जा पाए।

इस दौरान भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया, भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिनव प्रकाश, समेत योगी सरकार के मंत्री, जनप्रतिनिधि व भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे।